...

2 views

मेरे प्रिय अध्यापक
"अ" से अनार से शुरू हुआ पाठ, "अ" से अंतरिक्ष की सैर कराते हो,
साहित्य, गणित, विज्ञान के, न जाने कितने प्यारे पाठ पढ़ाते हो,

छोटी नाज़ुक उंँगलियों को, बड़े प्यार से पकड़ कर सहलाते हो,
कभी चोट लग गई तो, दवाई लगा कर, कोई चुटकुला सुनाते हो,

गलती की कोई गुंजाइश नहीं, बड़े ज़ोर से डांट लगाते हो,
पर अच्छे से सोच समझ कर, प्यार से भी समझाते हो,

मस्ती और नादानी को, मुस्कुरा कर नज़रंदाज़ कर जाते हो,
हंँसी मज़ाक में माफ़ कर के, सब को साथ कर जाते हो,

एक ही मंच पर खड़े हो कर, वही पाठ कितनी...