दो पल की मुलाक़ात..
एक शेर आया है ओठों पे
लगता है तेरी याद आ गयी फ़िरसे।
ताज्जुब तो तब हुआ
जब वों सवाल,धुआँ,तकलीफ,तन्हाई लाया फ़िरसे।
ख़ुशहाल हीं थे हम तबतक
जबतक तेरी बात न थी
खंजर तो तब चल गया
जब वों ख़ुशी के दो पल देके तबाही लाया फ़िरसे।
© Hayati
लगता है तेरी याद आ गयी फ़िरसे।
ताज्जुब तो तब हुआ
जब वों सवाल,धुआँ,तकलीफ,तन्हाई लाया फ़िरसे।
ख़ुशहाल हीं थे हम तबतक
जबतक तेरी बात न थी
खंजर तो तब चल गया
जब वों ख़ुशी के दो पल देके तबाही लाया फ़िरसे।
© Hayati