कर्तव्य की शपथ
*कर्तव्य की शपथ*
संघर्ष में यदि हार हुई, तो फिर से मैं लड़ूंगा
घायल हुआ तो क्या, दुश्मन से पुनः भिड़ूंगा
शरीर खोने का डर नहीं, आत्मा रहेगी अमर
अगले जन्म में चुनूंगा, मैं फिर से नया समर
अब छोड़ दिया मैंने, विघ्नों से होना...
संघर्ष में यदि हार हुई, तो फिर से मैं लड़ूंगा
घायल हुआ तो क्या, दुश्मन से पुनः भिड़ूंगा
शरीर खोने का डर नहीं, आत्मा रहेगी अमर
अगले जन्म में चुनूंगा, मैं फिर से नया समर
अब छोड़ दिया मैंने, विघ्नों से होना...