भूख
आज माँ ने मेरे लिए फिर से एक रोटी बचाई है,
अपने दिल पर पत्थर रखकर बाबा को बस आधी चपाती खिलायी है।
खुद तो सिर्फ पानी वाली दाल खाकर ही अपनी भूख छुपाई है,
आज माँ ने मेरे लिए फिर से...
अपने दिल पर पत्थर रखकर बाबा को बस आधी चपाती खिलायी है।
खुद तो सिर्फ पानी वाली दाल खाकर ही अपनी भूख छुपाई है,
आज माँ ने मेरे लिए फिर से...