शुभ धनतेरस
अमृत कलश लिए आज हुए थे प्रकट धनवंतरी,
तिथि त्रयोदशी और समुंद्र मंथन की थी वह घड़ी
धनतेरस मान इस दिन को हम बड़ी खुशी से मनाते हैं,
और सभी तेरह दीपक से अपने चौखटों को सजाते हैं,
मां लक्ष्मी की आरती कर, हम मंगल गीत भजन हैं गाते,
और उनसे सुख, समृद्धि और वैभव आशीर्वाद स्वरूप हैं पाते
फिर बड़े ही हर्षोल्लास के साथ करते हम सब इंतज़ार,
ढेरों खुशियों संग मनाने के लिए दीपावली का त्योहार।
Smriti Trivedy
© All Rights Reserved
तिथि त्रयोदशी और समुंद्र मंथन की थी वह घड़ी
धनतेरस मान इस दिन को हम बड़ी खुशी से मनाते हैं,
और सभी तेरह दीपक से अपने चौखटों को सजाते हैं,
मां लक्ष्मी की आरती कर, हम मंगल गीत भजन हैं गाते,
और उनसे सुख, समृद्धि और वैभव आशीर्वाद स्वरूप हैं पाते
फिर बड़े ही हर्षोल्लास के साथ करते हम सब इंतज़ार,
ढेरों खुशियों संग मनाने के लिए दीपावली का त्योहार।
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