लड़की, आत्मनिर्भरता और हमारा देश
वो नन्ही कली, जो खिली थी चुपचाप,
अपने सपनों के आकाश में उड़ी निरंतर,
हर बंधन तोड़, हर डर को लाँघ,
लड़की ने दिखाया, क्या है आत्मनिर्भरता का रंग।
हर मुश्किल से लड़ते हुए,
हर कठिनाई को समेटते हुए,
वो आगे बढ़ी, हर सपने को संजोते हुए,
लड़की ने दिखाया, हिम्मत क्या होती है।
देश की मिट्टी में बसी,
उसके हर कदम में है नई कहानी,
आत्मविश्वास से भरी,...
अपने सपनों के आकाश में उड़ी निरंतर,
हर बंधन तोड़, हर डर को लाँघ,
लड़की ने दिखाया, क्या है आत्मनिर्भरता का रंग।
हर मुश्किल से लड़ते हुए,
हर कठिनाई को समेटते हुए,
वो आगे बढ़ी, हर सपने को संजोते हुए,
लड़की ने दिखाया, हिम्मत क्या होती है।
देश की मिट्टी में बसी,
उसके हर कदम में है नई कहानी,
आत्मविश्वास से भरी,...