कुछ तुम कहो, कुछ हम कहें,
कुछ तुम कहो, कुछ हम कहे
कहना तो बहुत कुछ चाहते हैं
पर ख्वाहिशें पूरी नहीं होती!
रह जाती हैं खामोशीयाँ अक्सर,
मिलती है तो सिर्फ दूरियाँ,
पर अब इत्तेफाक नहीं होते अक्सर!!
© Komal Rajpurohit
कहना तो बहुत कुछ चाहते हैं
पर ख्वाहिशें पूरी नहीं होती!
रह जाती हैं खामोशीयाँ अक्सर,
मिलती है तो सिर्फ दूरियाँ,
पर अब इत्तेफाक नहीं होते अक्सर!!
© Komal Rajpurohit