...

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मेरा इश्क़
#meraishq
दरिया था आग का ज़माने के लिए बेशक
मेरे लिए तो गुलज़ार - ए- बहार है इश्क़
दौलतें लुटा हज़ारों ने खो दिए होशो हवास
मूक बेपर्दा तकता रहा खामोश तन्हा इश्क़
खोकर खुद को और ज़माने की रंगीनियों को
सुकून - ए - दिल पाया जो बेपनाह इश्क़
मौत भी आ जाय तो गम नहीं मौला मेरे
सार- ए - जिंदगानी है मेरा खुदा - ए - इश्क़ ।।

© NC