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आत्महत्या
उसने आत्महत्या की है,
स्वयं के सपनों, स्वाभिमान की हत्या की है,
माता-पिता की लाठी को तोड़ा,
उसने प्रकृति के नियमों को मोड़ा,
मृत्यु के निकट जाकर उसने,
जीवन जीने के मोह को छोड़ा,
उसने आत्महत्या की है,
स्वयं की हत्या; स्वयं, अपनो की हत्या की है,
वह एक अभिनेता था,
वह एक किसान था,
वह एक मज़दूर था,
वह एक गरीब था,
हांँ! उसने आत्महत्या की है,
वह अभिनय करना चाहता था,
जीवन को अच्छे से जीना चाहता था,
वह खेतों में काम करके,
फसलें बनकर पानी पीना चाहता था,
वह सैकड़ों मील नंगे पैर चलकर,
अपने घर जाना चाहता था,
वह दो वक़्त की रोटी,
और चैन की सांस चाहता था,
लेकिन! उसने आत्महत्या की है।
© dinesh@M
स्वयं के सपनों, स्वाभिमान की हत्या की है,
माता-पिता की लाठी को तोड़ा,
उसने प्रकृति के नियमों को मोड़ा,
मृत्यु के निकट जाकर उसने,
जीवन जीने के मोह को छोड़ा,
उसने आत्महत्या की है,
स्वयं की हत्या; स्वयं, अपनो की हत्या की है,
वह एक अभिनेता था,
वह एक किसान था,
वह एक मज़दूर था,
वह एक गरीब था,
हांँ! उसने आत्महत्या की है,
वह अभिनय करना चाहता था,
जीवन को अच्छे से जीना चाहता था,
वह खेतों में काम करके,
फसलें बनकर पानी पीना चाहता था,
वह सैकड़ों मील नंगे पैर चलकर,
अपने घर जाना चाहता था,
वह दो वक़्त की रोटी,
और चैन की सांस चाहता था,
लेकिन! उसने आत्महत्या की है।
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