प्रकृति संवाद: वादियों की संगत मैं कर लूँ
#WhisperingNature
चाँद समेटूँ
सितारे समेट लूँ
और जल्दी से
ये मुट्ठी बंद कर लूँ
ये चाहत है फ़िज़ाओं की
उसकी ख़ुशबू बिखेर दूँ
समंदर...
चाँद समेटूँ
सितारे समेट लूँ
और जल्दी से
ये मुट्ठी बंद कर लूँ
ये चाहत है फ़िज़ाओं की
उसकी ख़ुशबू बिखेर दूँ
समंदर...