तेरी यादों के सहारे
लम्हा- लम्हा बीत गया तेरी यादों मे
हर कदम आस लिये चलती हु
कहीं तु मिल जाए
मे कस के तेरा हाथ पकड़
लु ओर मेरे खुदा से भी केहदु
लिख दे इन्हे तु मेरी किस्मत मे
ये इश्क़ हे या नशा
जब से चढ़ा हे
दीवाना किये जा रहा हे
उसकी याद मे मुझे
खुद से बेगाना किये जा रहा है
© urvi joshi
हर कदम आस लिये चलती हु
कहीं तु मिल जाए
मे कस के तेरा हाथ पकड़
लु ओर मेरे खुदा से भी केहदु
लिख दे इन्हे तु मेरी किस्मत मे
ये इश्क़ हे या नशा
जब से चढ़ा हे
दीवाना किये जा रहा हे
उसकी याद मे मुझे
खुद से बेगाना किये जा रहा है
© urvi joshi