मां तुझे कैसे बताऊं मैं.....
मां तुझे कैसे बताऊं,
अपनी दर्द में तुझे कैसे बताऊं,
मुझे पता है तू भी मुझे याद करके,
रोती होगी तकिए के नीचे सर,
रख के सोती होगी,
मैं भी तुझे रोज याद करती हूं,
और तेरी हर एक बातों को,
याद करके तेरी यादों में खुद को,
तेरे पास पाती हूं मेरे सारे दर्द की,
मर्ज तू ही है मां,
तुझे कैसे बताऊं कैसे बताऊं मां।।
रिशु के अल्फाज
अपनी दर्द में तुझे कैसे बताऊं,
मुझे पता है तू भी मुझे याद करके,
रोती होगी तकिए के नीचे सर,
रख के सोती होगी,
मैं भी तुझे रोज याद करती हूं,
और तेरी हर एक बातों को,
याद करके तेरी यादों में खुद को,
तेरे पास पाती हूं मेरे सारे दर्द की,
मर्ज तू ही है मां,
तुझे कैसे बताऊं कैसे बताऊं मां।।
रिशु के अल्फाज