...

2 views

मेरा बचपन
मेरा बचपन,प्यारा बचपन, सुन्दर है झलक इसकी, जब चाहूँ तब याद करूँ,आती सदा है याद जिसकी|| कभी खेलते पिट्ठू ग्राम, कभी चोर सिपाही भी, कभी दौड़ते कोसों दूर तक थक भी जाते कभी-कभी || स्कूल भी जाना होता था, जाते थे हम ट्यूशन भी, खाते थे सब, खट्टा-मीठा, हो जाती पेट की प्रॉब्लम भी || भविष्य की हम बातें करते, होगी कैसी दुनिया आगे की, देखते थे बचपन में उड़ते जहाज, राकेट भी || रडार केवल नाम सुना था, कल्पना करते थे कम्प्यूटर की, आते-जाते कभी कभार लिफ्ट मिल जाती थी स्कूटर की || मोबइल का कुछ पता नहीं था, वायरलेस देखें कभी-कहीं, एसटीडी का नाम नहीं था, लैंडलाइन होते थे कहीं-कहीं || आज बचपन नहीं रहा, यादें हैँ जहन मे बचपन की, ऐसा लगता है मेरा बचपन, गुजरा हो यहाँ से अभी-अभी ||
© All Rights Reserved