नया बिहार ...
जो धरा जगमग हुई कभी थी ,
गौतम बुद्ध की जोति से ,
पसीने की बूँद जहाँ थी ,
कीमती हीरे - मोती से ।
आज उन मोतियों को ,
क्यूँ तौल रहा पानी है ?
सब कुछ तो बर्बाद हो गया ,
जो बचा महज़ वो कहानी है ।
जहाँ लिया जन्म महावीर ने ,
दिनकर और कुअँर वीर ने ।
जिसने गुरु ग्रंथ का पाठ पढ़ाया ,
देश को पहला राष्ट्रपति दिलाया ,
सब फसल तो इसी मिट्टि के हैं ,
तो...
गौतम बुद्ध की जोति से ,
पसीने की बूँद जहाँ थी ,
कीमती हीरे - मोती से ।
आज उन मोतियों को ,
क्यूँ तौल रहा पानी है ?
सब कुछ तो बर्बाद हो गया ,
जो बचा महज़ वो कहानी है ।
जहाँ लिया जन्म महावीर ने ,
दिनकर और कुअँर वीर ने ।
जिसने गुरु ग्रंथ का पाठ पढ़ाया ,
देश को पहला राष्ट्रपति दिलाया ,
सब फसल तो इसी मिट्टि के हैं ,
तो...