...

2 views

एसिड अटैक
औरत तेरी एक ना ने
किसी के अंहकार को
चोट इतनी पहुँचाई कि
बदला लेने की खातिर
उसने एक खतरनाक
योज़ना फिर बनाई,

ले आया बाज़ार से एक
एसिड कि बोतल
कर रहा था इंतज़ार तेरा
बड़ा ही बेसब्र होकर
जैसे ही तू आई नज़र
डालकर कर वो एसिड
तेरे शरीर के ऊपर आया
मज़ा उसे बेफ़िक्र होकर,

तड़पी ख़ूब अकेली तू भीड़ में
तरस न आया और दिलों में
शरीर और दिल पर ज़ख्म
गहरा तुझे वह ज़ालिम दे गया
हौसला लेकिन नहीं तोड़ पाया
उठकर करेगी फिर तू सामना
यूँ डर कर नहीं है तुझे जीना।

© विभा जैन