26 views
नारी जीवन
सादगी सी सूरत लिए, अपनेपन् की मूरत से,
जो समाज् को संभालती है , और आत्मसम्मान की माँग में सामने खङी हो जाती है ,,
वहीं नारी कहलती है,,
दुनिया ने पुरुषो का प्रोत्साहन बढ़ाया ,और नारी को हर बार घर बैठाया,उस पर इंसानियत का भी फ़र्ज़ नहीं निभाया,नारी को बहुत सताया,,
नारी को अब शीश् उठाकर ,स्वाभिमानी बनना है , दुनिया के आत्याचारो से हर पल लड़ना है, तुझे किसी से अब नहीं डरना है,,
अब हमें यह मन्ना है कि नारी ईश्वर की सबसे सुंदर रचना है,,
अपना आज सवार् कर कल बनाना है,नारी को असहाय से स्वम् निर्भर बनाना है ,,
नारी निभाती है किरदार सारे पर रह जाती है,
अपने फ़र्ज़ , के खातिर ,,
अब समाज् को शांत करना है, नारी जीवन् सफल बनाना हैं,,
सब कुछ छोड़ के तू अपना ख्याल कर ,कभी तो खुद के लिये सवाल कर ,,
by
Anshika soni
© All Rights Reserved
जो समाज् को संभालती है , और आत्मसम्मान की माँग में सामने खङी हो जाती है ,,
वहीं नारी कहलती है,,
दुनिया ने पुरुषो का प्रोत्साहन बढ़ाया ,और नारी को हर बार घर बैठाया,उस पर इंसानियत का भी फ़र्ज़ नहीं निभाया,नारी को बहुत सताया,,
नारी को अब शीश् उठाकर ,स्वाभिमानी बनना है , दुनिया के आत्याचारो से हर पल लड़ना है, तुझे किसी से अब नहीं डरना है,,
अब हमें यह मन्ना है कि नारी ईश्वर की सबसे सुंदर रचना है,,
अपना आज सवार् कर कल बनाना है,नारी को असहाय से स्वम् निर्भर बनाना है ,,
नारी निभाती है किरदार सारे पर रह जाती है,
अपने फ़र्ज़ , के खातिर ,,
अब समाज् को शांत करना है, नारी जीवन् सफल बनाना हैं,,
सब कुछ छोड़ के तू अपना ख्याल कर ,कभी तो खुद के लिये सवाल कर ,,
by
Anshika soni
© All Rights Reserved
Related Stories
23 Likes
6
Comments
23 Likes
6
Comments