कहानियां
कहानियां क्या है
एक जिंदगी के कई हिस्से !
जो हर एक पल बदलते हैं,
हर नए शख्स के साथ बनते हैं
अलग होते हुए भी सब एक सी है
मगर कहानियां बहुत सी है।
कुछ गमगीन है तो कुछ नाराज सी हैं
कोई शांत है तो कुछ विलाप सी है
जैसे थमती नहीं जिंदगी चलती रहती है
कहानियां भी रुकती नहीं बनती रहती हैं।
सम्मिलित है सारे गुण
इसमें, सारे रस भरे हैं
सुर हो ना हो
लय हो ना हो
मगर गुनगुनाती सी हैं
कहानियां बहुत सी हैं।
इतनी भी अलग नहीं है...
मेरे कहानी के किसी हिस्से में तुम भी हो
और तुम्हारे में मैं भी हूं कहीं न कहीं
हां ,अभी अभी जुड़ा हूं जैसे अभी अभी
जरूरी नहीं सारी कहानियां कई पन्नों की हो
कुछ तो बस कुछ शब्दों सी है
मगर कहानियां बहुत सी है।
© moonlightZ
एक जिंदगी के कई हिस्से !
जो हर एक पल बदलते हैं,
हर नए शख्स के साथ बनते हैं
अलग होते हुए भी सब एक सी है
मगर कहानियां बहुत सी है।
कुछ गमगीन है तो कुछ नाराज सी हैं
कोई शांत है तो कुछ विलाप सी है
जैसे थमती नहीं जिंदगी चलती रहती है
कहानियां भी रुकती नहीं बनती रहती हैं।
सम्मिलित है सारे गुण
इसमें, सारे रस भरे हैं
सुर हो ना हो
लय हो ना हो
मगर गुनगुनाती सी हैं
कहानियां बहुत सी हैं।
इतनी भी अलग नहीं है...
मेरे कहानी के किसी हिस्से में तुम भी हो
और तुम्हारे में मैं भी हूं कहीं न कहीं
हां ,अभी अभी जुड़ा हूं जैसे अभी अभी
जरूरी नहीं सारी कहानियां कई पन्नों की हो
कुछ तो बस कुछ शब्दों सी है
मगर कहानियां बहुत सी है।
© moonlightZ