लगाया मैंने दिल है...✍
जिंदगी से मेरी,
वो जा न पाया है,
ख्यालों में बसा है मेरे,
उसने मेरे दिल में घर बनाया है,
मेरे हर सफर की वो मंजिल है,
जिस शख्स से,
लगाया मैंने दिल है
ख्वाब देखा है मैंने,
साथ जीने मरने का,
हाथों में हाथ लेकर,
हर कदम साथ चलने का,
मेरे हर सफर की वो मंजिल है,
जिस शख्स से,
लगाया मैंने दिल है...
उनके इश्क में ,
हम इस कदर मदहोश हैं,
ना फिक्र है जमाने की,
ना हमे किसी आशिक का होश है
मेरे हर सफर की वो मंजिल है,
जिस शख्स से,
लगाया मैंने दिल है...
© Miss Writer
वो जा न पाया है,
ख्यालों में बसा है मेरे,
उसने मेरे दिल में घर बनाया है,
मेरे हर सफर की वो मंजिल है,
जिस शख्स से,
लगाया मैंने दिल है
ख्वाब देखा है मैंने,
साथ जीने मरने का,
हाथों में हाथ लेकर,
हर कदम साथ चलने का,
मेरे हर सफर की वो मंजिल है,
जिस शख्स से,
लगाया मैंने दिल है...
उनके इश्क में ,
हम इस कदर मदहोश हैं,
ना फिक्र है जमाने की,
ना हमे किसी आशिक का होश है
मेरे हर सफर की वो मंजिल है,
जिस शख्स से,
लगाया मैंने दिल है...
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