झूठ नही मजबूरी है ।
झूठ नहीं मजबूरी है,
तुम जानों क्या क्या ज़रूरी है;
न जाने कैसी दूरी है,
समझो झूठ नहीं मजबूरी...
तुम जानों क्या क्या ज़रूरी है;
न जाने कैसी दूरी है,
समझो झूठ नहीं मजबूरी...