योग-वियोग
नींद धरे न पीर धरे
आंखों में बस उसनींद धरे
प्रेम डगर, में छलके तब
जब दिल में पिय की टीस जगे
प्रेम विरह भी पीर न जाने
सब मधुर मनोहर रंग लिए
विरह पड़े जब प्रेम योग में
तब...
आंखों में बस उसनींद धरे
प्रेम डगर, में छलके तब
जब दिल में पिय की टीस जगे
प्रेम विरह भी पीर न जाने
सब मधुर मनोहर रंग लिए
विरह पड़े जब प्रेम योग में
तब...