वो एक दिन
कुछ अलग थी उस दिन हमारे बीच की वो खामोशियां,
तुम कुछ कदम आगे चल रहें थे।
इससे पहले कि मै कुछ समझ पाती,
तुम पीछे मुडे और मेरे हातो को अपने गर्म हाथो मे थाम लिया।
तभी ठंडी हवा का एक झोका...
तुम कुछ कदम आगे चल रहें थे।
इससे पहले कि मै कुछ समझ पाती,
तुम पीछे मुडे और मेरे हातो को अपने गर्म हाथो मे थाम लिया।
तभी ठंडी हवा का एक झोका...