...

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वापसी
#घरवापसीकविता
इश्क और मेरे ख्वाब
दोनों सलामत रहे
यही जुस्तजू करूँ
इस दिल की यही
बस आरजू है
इल्जाम खुद को देकर
जिंदगी तन्हा यूँ ही
गुजर जाए अधूरे इश्क के
अधूरे ख्वाबों के संग
सुकून