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बस एक झूठी ख्याईश थी!!
मेरी नशीली आंखों में डूब कर,
खोना था उसको
मुझे याद है उसने बड़ी सिद्दत से
कहा था ये मुझको
पर उसकी उन सादगी सी निगाहों में ही खो बैठे हम खुद को
और पूरी जिंदगी उसके साथ बिताना चाहते हैं ये बताना ही भूल गए हम उसको
और क्या पता था वो उसका मेरी आंखों में डूबना बस एक झूठी ख्याईश थी उसकी
क्योंकि उस वक्त रूठे हुए थे हम और
उसे बस मानना था हमको!
© Neha Bharti
खोना था उसको
मुझे याद है उसने बड़ी सिद्दत से
कहा था ये मुझको
पर उसकी उन सादगी सी निगाहों में ही खो बैठे हम खुद को
और पूरी जिंदगी उसके साथ बिताना चाहते हैं ये बताना ही भूल गए हम उसको
और क्या पता था वो उसका मेरी आंखों में डूबना बस एक झूठी ख्याईश थी उसकी
क्योंकि उस वक्त रूठे हुए थे हम और
उसे बस मानना था हमको!
© Neha Bharti
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