...

8 views

सिलसिला....

चल रहा था जो सिलसिला...
आने वाले कल और बिते हुए कल के बीच..
वो आज में भारी पड़ गया..
जिद जो थी मंजिल तक पहुँचने की उसकी..
सफर के धूप में भी वह तप गया..
वो ...