दूर जाना चाहती हूं
इस दुनिया की भीड़ से अब दूर जाना चाहती हूं
जिंदगी के कुछ पल को अकेले बिताना चाहती हूं
थोड़ा बैठ के चैन की सांस लेना चाहती हूं
ये भाग दौड़ की ज़िंदगी से दूर जाना चाहती हूं
कोई पूछे मुझे हाल मेरा ये में नहीं चाहती हूं
ये लोगों की सबालों से अब दूर जाना चाहती हूं
ग़म से भरी हुई है ज़िंदगी फिर भी मुस्कुराना चाहती हूं
ये जो यादें मिली है मुझे उन यादों को समेटकर अब दूर जाना चाहती हूं
जिंदगी के कुछ पल को अकेले बिताना चाहती हूं
थोड़ा बैठ के चैन की सांस लेना चाहती हूं
ये भाग दौड़ की ज़िंदगी से दूर जाना चाहती हूं
कोई पूछे मुझे हाल मेरा ये में नहीं चाहती हूं
ये लोगों की सबालों से अब दूर जाना चाहती हूं
ग़म से भरी हुई है ज़िंदगी फिर भी मुस्कुराना चाहती हूं
ये जो यादें मिली है मुझे उन यादों को समेटकर अब दूर जाना चाहती हूं