प्रेम की व्याकरण
दो जन की
परिमित आंखें मिल कर
अपरिमित दृश्य देख सकती है
ठीक वैसे ही
जैसे
दो हथेलियां मिलकर...
परिमित आंखें मिल कर
अपरिमित दृश्य देख सकती है
ठीक वैसे ही
जैसे
दो हथेलियां मिलकर...