परमात्मा
ना छल ना माया
नीचे धरती ऊपर आकाश
देख चारों ओर उजियारा छाया
क्या तू क्या तेरी काया
सब में उसका नूर समाया
नाचता तू भी हैं
नाचता मै भी हूँ
ये...
नीचे धरती ऊपर आकाश
देख चारों ओर उजियारा छाया
क्या तू क्या तेरी काया
सब में उसका नूर समाया
नाचता तू भी हैं
नाचता मै भी हूँ
ये...