तेरी तस्वीर
पास बैठ तेरी एक तस्वीर बनाऊं
चांद तारो से उसे सजाऊ
गुलिस्तान से तेरे जैसे खूबसूरत
फूलो को लगाऊं
पास बैठ तेरी एक तस्वीर बनाऊं
रंग भरू हजार हर रंग आजमाऊ
आ अपनी कल्पना से तुझे सजाऊं
तेरे कदमों में सब कुछ बिछाऊ
करु आज श्रृंगार तेरा मैं
अपने रंगो के तुझको बनाऊं
आ तेरी तस्वीर बनाऊं
मेरी आखों में बसी तेरे रूप को
सब रंगो से सजाऊं
सबसे नायब हीरो से एक माला
बनाऊं फिर तेरे गले में सजाऊं
आसमा से धरती तक तेरे संग
सब कुछ सजाऊं
तेरे कदमों में सब लाऊ
अपनी कल्पना से तेरी तस्वीर बनाऊं
करु सारे श्रृंगार तेरे अपने रंगो से सजाऊं
पास आ तेरी एक तस्वीर बनाऊं
आकाश सजाऊं भर दू रोशनी
चारो और जगमाए
झरनों का रुख मोड़ पास लाऊ
पंछियों और तितलियों से तुझे
मिलाए
झुमके कंगन सब पहनाऊ
पास आ तेरी एक तस्वीर बनाऊं
अपनी कल्पना से तुझको सजाऊं
© All Rights Reserved
चांद तारो से उसे सजाऊ
गुलिस्तान से तेरे जैसे खूबसूरत
फूलो को लगाऊं
पास बैठ तेरी एक तस्वीर बनाऊं
रंग भरू हजार हर रंग आजमाऊ
आ अपनी कल्पना से तुझे सजाऊं
तेरे कदमों में सब कुछ बिछाऊ
करु आज श्रृंगार तेरा मैं
अपने रंगो के तुझको बनाऊं
आ तेरी तस्वीर बनाऊं
मेरी आखों में बसी तेरे रूप को
सब रंगो से सजाऊं
सबसे नायब हीरो से एक माला
बनाऊं फिर तेरे गले में सजाऊं
आसमा से धरती तक तेरे संग
सब कुछ सजाऊं
तेरे कदमों में सब लाऊ
अपनी कल्पना से तेरी तस्वीर बनाऊं
करु सारे श्रृंगार तेरे अपने रंगो से सजाऊं
पास आ तेरी एक तस्वीर बनाऊं
आकाश सजाऊं भर दू रोशनी
चारो और जगमाए
झरनों का रुख मोड़ पास लाऊ
पंछियों और तितलियों से तुझे
मिलाए
झुमके कंगन सब पहनाऊ
पास आ तेरी एक तस्वीर बनाऊं
अपनी कल्पना से तुझको सजाऊं
© All Rights Reserved