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इश्क़ की गलियों में...
इश्क़ की गलियों में अक्सर सबका खो जाता है दिल,
जब निगाहें किसी खुबसूरत निगाहों से जाती है मिल।
हसीन ख्वाब बहुत सारे तब सजने लगते हैं आंखों में,
मोह लेता है मन जब कोई अपनी मीठी - मीठी बातों में।
जिंदगी में एक खास जगह बना लेते हैं वो चंद मुलाकातों में,
यादें बेशुमार आती है अक्सर उनकी तन्हाई भरी रातों में।
मुस्कान ले आते हैं चेहरे पर खुबसूरत यादें उनकी बुरे हालातों में,
शामिल हो जाते हैं अक्सर दोनों एक - दूसरे के हर जज्बातों में।
इश्क़ की गलियों में अक्सर सबका खो जाता है दिल,
जब निगाहें किसी खुबसूरत निगाहों से जाती है मिल।
— Arti Kumari Athghara (Moon) ✍✍
© All Rights Reserved
जब निगाहें किसी खुबसूरत निगाहों से जाती है मिल।
हसीन ख्वाब बहुत सारे तब सजने लगते हैं आंखों में,
मोह लेता है मन जब कोई अपनी मीठी - मीठी बातों में।
जिंदगी में एक खास जगह बना लेते हैं वो चंद मुलाकातों में,
यादें बेशुमार आती है अक्सर उनकी तन्हाई भरी रातों में।
मुस्कान ले आते हैं चेहरे पर खुबसूरत यादें उनकी बुरे हालातों में,
शामिल हो जाते हैं अक्सर दोनों एक - दूसरे के हर जज्बातों में।
इश्क़ की गलियों में अक्सर सबका खो जाता है दिल,
जब निगाहें किसी खुबसूरत निगाहों से जाती है मिल।
— Arti Kumari Athghara (Moon) ✍✍
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