...

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मेरा हिस्सा है तु
क्यों ना मेहफ़ूज़ रखू तुझे ये बता
मेरी जात का हिस्सा है तु

बहोत लंबी लंबी बातें की थी कभी
मेरा हर अधूरा किस्सा है तु

अपने वजूद को कुरेदा है हर वक़्त
मेरे अक्स का आईना है तु

आधे अधूरे वादे और ख्वाब बचे है
मेरी मुक़म्मल महोब्बत है तु
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