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प्यार सदा बहती धारा है
#LoveForms प्यार को कभी भी पूरा परिभाषित नहीं किया जा सकता
इसके अनगिनत रूप होते हैं ,जो बस छलकते हैं
दो दिलों की तार जो जोड़ दे ,वही प्यार है
प्यार हमेशा बजने वाली झनकार है
ये रंग ,रूप ,रेख ,से ऊपर महसूस होने वाली सरकार है
बिना घूँघर नाचे उठे जो 'मीरा '
कसम से वही प्यार है
हर रूह को 'ख़ुदा 'की दरकार है
हाँ ,मेरे साहिब मुर्शद ,आपसे बेपनाह प्यार है
इसके अनगिनत रूप होते हैं ,जो बस छलकते हैं
दो दिलों की तार जो जोड़ दे ,वही प्यार है
प्यार हमेशा बजने वाली झनकार है
ये रंग ,रूप ,रेख ,से ऊपर महसूस होने वाली सरकार है
बिना घूँघर नाचे उठे जो 'मीरा '
कसम से वही प्यार है
हर रूह को 'ख़ुदा 'की दरकार है
हाँ ,मेरे साहिब मुर्शद ,आपसे बेपनाह प्यार है
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