कैसे?
तुम्हारा न होना भी
कितना खूबसूरत है!
मैं जब चाहूँ–
तुमसे बात कर सकता हूँ,
मत पूछना–“कैसे?”
कितने कमाल की बात है!
मैं जब चाहूँ–
तुम्हें गले लगा सकता हूँ,
मत पूछना–“कैसे?”
जब चाहूँ–
तुम्हें पास बुला सकता हूँ,
मत पूछना–“कैसे?”
मत पूछना
मेरे पास कोई उत्तर नहीं
पता नहीं कैसे!
पर तुम मेरे पास हो
क्या तुम, तुम्हारे पास हो?
यदि हो!
तो–कैसे?
© Lekhak Suyash
#lekhaksuyash
कितना खूबसूरत है!
मैं जब चाहूँ–
तुमसे बात कर सकता हूँ,
मत पूछना–“कैसे?”
कितने कमाल की बात है!
मैं जब चाहूँ–
तुम्हें गले लगा सकता हूँ,
मत पूछना–“कैसे?”
जब चाहूँ–
तुम्हें पास बुला सकता हूँ,
मत पूछना–“कैसे?”
मत पूछना
मेरे पास कोई उत्तर नहीं
पता नहीं कैसे!
पर तुम मेरे पास हो
क्या तुम, तुम्हारे पास हो?
यदि हो!
तो–कैसे?
© Lekhak Suyash
#lekhaksuyash