कलम
हमने तो कलम तोड़ दी थी,
स्याही भी सूख चुकी थी,
पर भला हो नसीब का,
जिसने आंखें नम की |...
स्याही भी सूख चुकी थी,
पर भला हो नसीब का,
जिसने आंखें नम की |...