अजीब सा डर था
गुज़रा जो उस रास्ते से जहाँ बचपन मे
मुझे एक डर सा लगता था
दूर विरान विरान सी वो जगह
एक खौफ का घर सा लगता था
धीरे धीरे से कोई आवाज़ सुनाई देती थी
जैसे अपने पास...
मुझे एक डर सा लगता था
दूर विरान विरान सी वो जगह
एक खौफ का घर सा लगता था
धीरे धीरे से कोई आवाज़ सुनाई देती थी
जैसे अपने पास...