“बिखरी सी ज़िंदगी”
माँग लू तुझे ख़ुदा से
तमन्ना है बहुत
मगर हौसला नहीं,
यूँही गुज़र जाएगी
ये ज़िंदगी तेरे बग़ैर
इस ख़ालीपन के सिवा
और कोई सहारा नहीं
दिखाए थे जो सपने तूने
सब हवा हो गये
दुश्मन को भी ना मिलें
ज़ख़्म ऐसे जो मुझको मिले
ज़िंदगी है बस काटना है इसे
और कोई अब आसरा नहीं।
#ramphalkataria
© Ramphal Kataria
तमन्ना है बहुत
मगर हौसला नहीं,
यूँही गुज़र जाएगी
ये ज़िंदगी तेरे बग़ैर
इस ख़ालीपन के सिवा
और कोई सहारा नहीं
दिखाए थे जो सपने तूने
सब हवा हो गये
दुश्मन को भी ना मिलें
ज़ख़्म ऐसे जो मुझको मिले
ज़िंदगी है बस काटना है इसे
और कोई अब आसरा नहीं।
#ramphalkataria
© Ramphal Kataria