शून्य
ढलती शाम
तेरा दर
चंद्र प्रभा
में
विलीन होते
पंचतत्व
चेतना
की
बुझती
लडियां
शून्य
© All Rights Reserved
तेरा दर
चंद्र प्रभा
में
विलीन होते
पंचतत्व
चेतना
की
बुझती
लडियां
शून्य
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