ग़ज़ल
माँ की जब से मिली दुआएँ हैं
दूर हम से सभी बलाएँ हैं
ज़िन्दगी क्या बयाँ हो हाल तेरा
मौत जैसी तेरी अदाएँ हैं
मिल रहा है सुकून आंखों को
तेरी तस्वीर पर...
दूर हम से सभी बलाएँ हैं
ज़िन्दगी क्या बयाँ हो हाल तेरा
मौत जैसी तेरी अदाएँ हैं
मिल रहा है सुकून आंखों को
तेरी तस्वीर पर...