...

16 views

मुद्दत के बाद,,,,,
आज फिर दिखा है वो मुझे बाज़ार में
आज फिर रोऊंगा मैं मुद्दत के बाद

तेरी भी कीमत अदा कर दूंगा, सब्र कर
सौदा-ए-इश्क-ए-तिजारत के बाद

भर जायेंगे मेरे भी ज़ख्म मुझे उम्मीद है
तुझे याद करने की छोड़ आदत के बाद

अब फकीरों में उठना बैठना है मेरा
इश्क में हो रही मेरी शोहरत के बाद

बस तुझे याद करना ही काम रह जाता है
मुझे पूरे दिन की मिली फुरसत के बाद

चांद भी फीका सा लगता है अब मुझे
देख कर उस अजनबी की सूरत के बाद

© char0302