![...](https://api.writco.in/assets/images/post/default/story-poem/normal/1SHAYARI B.webp)
9 views
सच्ची बातें....
सारा ज़माना जब खिलाफ बोलता हैं
तो समझ ले के तू साफ़ बोलता हैं
जो लोग बहुत ख़ामोश रहा करते हैं
ज़माने में उनका हूनर बोलता हैं
दफन कर दो इसे तुम चाहे कितना
ज़मीं से निकल के इंसाफ बोलता हैं
मेरा कोई हुनर शामिल नहीं इसमें
बस लहजे में मेरा संस्कार बोलता हैं
लाख कोशिश करें हम दूरी मिटाने की
चेहरों से मगर मतभेद बोलता हैं
नई है पीढ़ी मुरव्वत से नहीं वाक़िफ़
बेटा अब तो बाप से साफ़ बोलता हैं
बुरे वक़्त में तूने मदद की हो जिसकी
अक्सर वही तेरे खिलाफ बोलता हैं
© King Vinay
तो समझ ले के तू साफ़ बोलता हैं
जो लोग बहुत ख़ामोश रहा करते हैं
ज़माने में उनका हूनर बोलता हैं
दफन कर दो इसे तुम चाहे कितना
ज़मीं से निकल के इंसाफ बोलता हैं
मेरा कोई हुनर शामिल नहीं इसमें
बस लहजे में मेरा संस्कार बोलता हैं
लाख कोशिश करें हम दूरी मिटाने की
चेहरों से मगर मतभेद बोलता हैं
नई है पीढ़ी मुरव्वत से नहीं वाक़िफ़
बेटा अब तो बाप से साफ़ बोलता हैं
बुरे वक़्त में तूने मदद की हो जिसकी
अक्सर वही तेरे खिलाफ बोलता हैं
© King Vinay
Related Stories
14 Likes
2
Comments
14 Likes
2
Comments