उसकी हर अदा
उसकी हर अदा पे मेरा हो जाये दिल फ़िदा,
किस्मत फूट गई वो तो निकल आई हाय शादीशुदा,
सुर्ख अधर पतली कमर चाल चले तो लगती हसीन,
नज़र घुमा कर जब भी निहारे लगती बड़ा नमकीन,
कांप ही जाये तन उसकी तिरछी नज़र बड़ा संगीन, ...
किस्मत फूट गई वो तो निकल आई हाय शादीशुदा,
सुर्ख अधर पतली कमर चाल चले तो लगती हसीन,
नज़र घुमा कर जब भी निहारे लगती बड़ा नमकीन,
कांप ही जाये तन उसकी तिरछी नज़र बड़ा संगीन, ...