प्यार में नोंकझोंक...🥹
तू क्या जाने तुझे कितना प्यार करूं मैं,
इक बार नहीं सौ बार करूं मैं!
गुस्सा तुमसे करती हूँ अपना समझ के,
इस बात का डर लगता है,
दूर न हो जाओ कही तुम मुझसे!
दूर न होना मुझको तुम बेगाना समझ के,
जीना मुश्किल हो जायेगा बिछुड़ के तुझसे!
तू क्या जाने तुझे कितना प्यार करूं मैं,
इक बार नहीं सौ बार करूं मैं!
प्यार भी तुमसे, तकरार भी तुमसे,
नाराज न होना तुम...
इक बार नहीं सौ बार करूं मैं!
गुस्सा तुमसे करती हूँ अपना समझ के,
इस बात का डर लगता है,
दूर न हो जाओ कही तुम मुझसे!
दूर न होना मुझको तुम बेगाना समझ के,
जीना मुश्किल हो जायेगा बिछुड़ के तुझसे!
तू क्या जाने तुझे कितना प्यार करूं मैं,
इक बार नहीं सौ बार करूं मैं!
प्यार भी तुमसे, तकरार भी तुमसे,
नाराज न होना तुम...