मेरा गांव पीपल की छांव 🥰🌲
सुकून मिलता है,
मुझे मेरे गांव में
वो पीपल की छांव में
मुस्कुराती हूं मैं देख अक़्सर
वो सूरज का आना
चिड़ियों का चहचहाना
शाम को पेड़ो के नीचे
बच्चों का छिपना छिपाना
रात होते ही खुले आसमां के
आगोश में लेट जाना
तारों को गिनते- गिनते
वो मेरा सो जाना
सुकून मिलता है
मुझे मेरे गांव में
वो पीपल की छांव में
शिवानी सूर्यवंशी (खुशी)
मुझे मेरे गांव में
वो पीपल की छांव में
मुस्कुराती हूं मैं देख अक़्सर
वो सूरज का आना
चिड़ियों का चहचहाना
शाम को पेड़ो के नीचे
बच्चों का छिपना छिपाना
रात होते ही खुले आसमां के
आगोश में लेट जाना
तारों को गिनते- गिनते
वो मेरा सो जाना
सुकून मिलता है
मुझे मेरे गांव में
वो पीपल की छांव में
शिवानी सूर्यवंशी (खुशी)
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