अहम्
अहम् तुझे तेरा ले डूबेगा
किस बात का है इतना अहम्
किस काया ओर माया का है इतना घमंड
खाली हाथ आया है खाली हाथ जाएगा
प्यार के मीठे बोलों में याद रखा जाएगा
इतना घमंड किस बात का
सम्भल जा अभी भी वक्त है
रावण का अहं नही रहा
नहीं रहा कंस बली का भी
तू किस खेत की मूली है
माधोसिंह चौहान
किस बात का है इतना अहम्
किस काया ओर माया का है इतना घमंड
खाली हाथ आया है खाली हाथ जाएगा
प्यार के मीठे बोलों में याद रखा जाएगा
इतना घमंड किस बात का
सम्भल जा अभी भी वक्त है
रावण का अहं नही रहा
नहीं रहा कंस बली का भी
तू किस खेत की मूली है
माधोसिंह चौहान