किताबें पूछती हैं
किताबें पूछती है हमसे,
के कब गुजरोगे मेरे पन्नों से।
के धूल की परत ज़मी है मुझपे,
बरसों से नहीं पलटा है तू मुझे।
हटा ये...
के कब गुजरोगे मेरे पन्नों से।
के धूल की परत ज़मी है मुझपे,
बरसों से नहीं पलटा है तू मुझे।
हटा ये...