बेवफूक दोबारा बनता मैं..😈😈✍️( गजल)
कब तलक किसी का सहारा बनता मैं
पर तमन्ना थी सिर्फ तुम्हारा बनता मैं
कांटों को महकाना आदत थी मेरी
कब तलक जिंदगी में बहारा बनता मैं
एक समय बाद दिल भर जाते 'सत्या'
कब तलक किसी का प्यारा बनता मैं
खुद को संभालना...
पर तमन्ना थी सिर्फ तुम्हारा बनता मैं
कांटों को महकाना आदत थी मेरी
कब तलक जिंदगी में बहारा बनता मैं
एक समय बाद दिल भर जाते 'सत्या'
कब तलक किसी का प्यारा बनता मैं
खुद को संभालना...