"माँ मुझको वर दे"
माँ मुझको वर दे ए-ए-ए,
माँ मुझको वर दे-ए।
हो वीणा दायनी माँ वर दे-ए,
हो वीणा दायनी माँ वर दे-ए।।
बसकर जिव्हा-कण्ठ में मेरे,
माँ ऐसे स्वर दे-ए-ए-ए।
बसा है जो अज्ञान ये उर में,
माँ उसको हर दे-ए।।
हो वीणा दायनी माँ वर दे-ए,
हो वीणा दायनी माँ वर दे-ए।।
जो सत्य वचन कटु लगते मेरे,
माँ तू मिश्री सी भर दे।
हो माँ मेरी मिश्री सी भर दे।
चरणों में अपने शरण दो मैय्या,
ये जीवन सफ़ल कर दे।
हो वीणा दायनी माँ वर दे-ए,
हो वीणा दायनी माँ वर दे-ए।।
माँ मुझको वर दे ए-ए-ए,
माँ मुझको वर दे-ए।
हो वीणादायनी माँ वर दे-ए,
हो वीणादायनी माँ वर दे-ए।।
भूपेन्द्र डोंगरियाल
07/09/2020
© भूपेन्द्र डोंगरियाल
माँ मुझको वर दे-ए।
हो वीणा दायनी माँ वर दे-ए,
हो वीणा दायनी माँ वर दे-ए।।
बसकर जिव्हा-कण्ठ में मेरे,
माँ ऐसे स्वर दे-ए-ए-ए।
बसा है जो अज्ञान ये उर में,
माँ उसको हर दे-ए।।
हो वीणा दायनी माँ वर दे-ए,
हो वीणा दायनी माँ वर दे-ए।।
जो सत्य वचन कटु लगते मेरे,
माँ तू मिश्री सी भर दे।
हो माँ मेरी मिश्री सी भर दे।
चरणों में अपने शरण दो मैय्या,
ये जीवन सफ़ल कर दे।
हो वीणा दायनी माँ वर दे-ए,
हो वीणा दायनी माँ वर दे-ए।।
माँ मुझको वर दे ए-ए-ए,
माँ मुझको वर दे-ए।
हो वीणादायनी माँ वर दे-ए,
हो वीणादायनी माँ वर दे-ए।।
भूपेन्द्र डोंगरियाल
07/09/2020
© भूपेन्द्र डोंगरियाल