अब खो गया है सब
#WritcoPoemChallenge
Into the flames rising out of a setting sun,
I draw in a deep breath before I run.. अब लड़कपन न रहा सोलहवाँ ये उमर लड़कपन ले गया ,बचपना ले गया, सारे वो
खेल खिलौने, टोलिओ की वो लहर ,मस्ती का वो जश्न ,अब खो गया है सब,
सोलहवे उमर में ।
खेल का वो जोश अब लेगा जवानी का वो रोश,जो ढकेगा तेरे अंग को रेशमी दुपट्टे में,
दौड़ नही सकती अब तू गली मुहल्ले में ,
अब सिमेट कर रख तन भरे पूरे कपड़े में,
अब खो गया है सब,
जवानी के मलबे में।
अब भोली सी सूरत में ला...
Into the flames rising out of a setting sun,
I draw in a deep breath before I run.. अब लड़कपन न रहा सोलहवाँ ये उमर लड़कपन ले गया ,बचपना ले गया, सारे वो
खेल खिलौने, टोलिओ की वो लहर ,मस्ती का वो जश्न ,अब खो गया है सब,
सोलहवे उमर में ।
खेल का वो जोश अब लेगा जवानी का वो रोश,जो ढकेगा तेरे अंग को रेशमी दुपट्टे में,
दौड़ नही सकती अब तू गली मुहल्ले में ,
अब सिमेट कर रख तन भरे पूरे कपड़े में,
अब खो गया है सब,
जवानी के मलबे में।
अब भोली सी सूरत में ला...