ऐसा निराला था बचपन
दादी नानी के लाङ में पनपता
बात बात पर खिलखिला हॅसता
अपनी छोटी सी दुनिया में मस्त
ऐसा निराला था बचपन
गलियों में साथियों संग खेलता
कंचों और गोलियों की जंग जीतता
बाबा की मीठी झिङकियां...
बात बात पर खिलखिला हॅसता
अपनी छोटी सी दुनिया में मस्त
ऐसा निराला था बचपन
गलियों में साथियों संग खेलता
कंचों और गोलियों की जंग जीतता
बाबा की मीठी झिङकियां...