Dil
ऐ दिल तु कितना बनेगा आशिकाना।
कुछ जिम्मेदारियां है उसे भी निभाना।।
छोड़ भी दें मोहब्बत का ढिकाना ।
कुछ रहने का बना अपना आशियाना।।
दिल दिल इस दिल का किया भरोसा ....
कब है तुझे टूट जाना, ये किसने है जाना।।
तू बे वफ़ा न बन मेरी ओ जाना .......
ज़रा इस दिल में तबस्सुम भी लहराना।।
कुछ जिम्मेदारियां है उसे भी निभाना।।
छोड़ भी दें मोहब्बत का ढिकाना ।
कुछ रहने का बना अपना आशियाना।।
दिल दिल इस दिल का किया भरोसा ....
कब है तुझे टूट जाना, ये किसने है जाना।।
तू बे वफ़ा न बन मेरी ओ जाना .......
ज़रा इस दिल में तबस्सुम भी लहराना।।