पुण्य भूमि- मिथिला.......
महादेव और राम सिया की,
जहाँ कृपा और छाया है।
उस पुण्य भूमी मिथला के आँचल मे,
मैंने अपनों का प्यार पाया है
जहाँ की मिट्टी मे भी ख़ुशबु,
जल निर्मल और शीतल है।
जहाँ की नदियों मे पावनता,
और शांत सी हलचल है।
जहाँ की हर स्त्री के ह्रदय मे,...
जहाँ कृपा और छाया है।
उस पुण्य भूमी मिथला के आँचल मे,
मैंने अपनों का प्यार पाया है
जहाँ की मिट्टी मे भी ख़ुशबु,
जल निर्मल और शीतल है।
जहाँ की नदियों मे पावनता,
और शांत सी हलचल है।
जहाँ की हर स्त्री के ह्रदय मे,...